भींडर में नृसिंह चतुर्दशी महोत्सव के तहत अखंड रामायण पाठ की हुई पूर्णाहुति, एक शाम नृसिंह भगवान के नाम विशाल भजन संध्या कल,रविवार को शाही लवाजमे के साथ निकलेगी ठाकुर जी की ऐतिहासिक रथयात्रा

मेवाड़ी खबर@भीण्डर। नगर के आराध्य देव नृसिंह भगवान के प्राकट्योत्सव नृसिंह चतुर्दशी महोत्सव के उपलक्ष्य में चार दिवसीय आयोजन हो रहा है । चौबीसा समाज भींडर के अध्यक्ष कन्हैयालाल देशबन्धु ने बताया आयोजन के तहत भक्त प्रहलाद धर्म जागरण सेवा समिति सुन्दरकाण्ड मण्डल की और नृसिंह भगवान मंदिर पर एक दिवसीय अखंड रामायण हवन-पूर्णाहुति के साथ समापन हुआ। हवन में मुख्य यजमान जगदीश लखावत थे। हवन में आचार्य पंडित गजेंद्र विजावत थे। वहीं बड़ीसादड़ी गोपाल आश्रम के स्वामी सुदर्शनाचार्य महाराज के मुखाारबिन्द से रघुनाथ मंदिर चौक में मीरा,सुदामा,प्रहलाद चरित्र की कथा चल रही है जिसमें संत ने कहा की जीवन में सबसे संस्कार से बड़ा कोई धन नहीं है इसलिए संस्कार होना अति आवश्यक है ।आप अपने बड़पन के कारण समझे कि भगवान आ जाए हो नहीं सकता भगवान हमेशा भक्त को प्राप्त होते हैं जिसके मन में प्रबल प्रेम है उसको प्राप्त होते हैं। वहीं नृसिंह मंदिर पर वही शनिवार को रात्री 8 बजे से नृसिंह मंदिर परिसर पर नृसिंह चतुर्दशी की पूर्व संध्या पर ठाकुर जी फोज करेगी मौज के तत्वावधान में एक शाम नृसिंह भगवान के नाम भजन संध्या का आयोजन होगा। जिसमें प्रसिद्व भजन गाायक बबलु राजस्थानी,भरत जोशी,तिलकेश सुथार,रोहन सुथार,प्रसिद्व भजन गायिका संगीता सुथार सहित कई भजन गायक अपनी प्रस्तुतियां देगे। वही रविवार को सुबह नृसिंह भगवान पर सुबह 9 बजे से पण्डितों द्वारा महारुद्राभिषेक पाठ होगे जो दोपहर तक चलेगे। शाम 4 बजे से नृसिंह भगवान मंदिर से शाही लवाजमे एवं राजसी ठाठ बाट के साथ नृसिंह भगवान रजत पालकी में सिंहासन पर भगवान नृसिंह जी को विराजमान कर भक्तगण नगर भ्रमण करायेंगे।भगवान की रथयात्रा रावलीपोल,सदर बाजार,मोचीवाड़ा हिंता गेट,बाहर का शहर,रामपोल बस स्टेण्ड हॉस्पीटल रोड़,सुरजपोल होते हुए रघुनाथ मंदिर चौक पहुंचेगी । जहां हिरण्यकश्यप के नाट्य का मंचन और भगवान नृसिंहजी का प्राकट्योत्सव होगा।उसके बाद नृसिंह भगवान पुनःनिज धाम मंदिर आयेंगे यहां महाआरती होगी। रथयात्रा का समाजजन और नगरवासी पुष्प वर्षों कर स्वागत कर आशीर्वाद लेगे।कार्यक्रम की तैयारियां समाज के युवाओं द्वारा अंतिम चरणों मे की जा रहीं है। मुरलीधर मंदिर से लेकर सुरजपोल दरवाजे तक भव्य विद्युत सजावट की जा चुकी है। रथ यात्रा के दौरान चौबीसा समाज के समाजजन अपने पारंपरिक वेशभूषा धोती कुर्ता एवं सिर पर पगड़ी पहन कर, महिलाएं केसरिया साड़ी पहनकर सजधजकर रथ यात्रा में सम्मिलित होगे।

100 वर्षाे से हो रहा आयोजन:- भीण्डर में नृसिंह चतुर्दशी का पर्व का आयोजन लगभग 100 वर्षाे से अधिक हो रहा है साथ ही। यह कार्यक्रम उदयपुर संभाग में पहला कार्यक्रम भीण्डर में ही होता है। जिसको देखने के लिए सैकड़ो की संख्या में भक्तजन दुरदराज से आते है।

फोटो कैप्शन: फ़ाइल फोटो

काम धंधे व्यापार के लिए अन्य राज्यों मे रहने वाले समाजजनों का आने का क्रम हुआ शुरू।

भीण्डर चौबीसा समाज के समाजजन जो कही राज्य या अन्य शहर में है । काम धंधे या व्यापार के लिए बाहर रहते है वो समाजजन दीपावली या होली जैसे बड़े त्योहार पर नहीं आते है लेकिन नृसिंह चतुर्दशी के अवसर पर वह विशेष आते है। उनके भी आने का क्रम शुरु हो चुका है

नृसिंह प्रकटोत्सव सेवा समिति की ओर से होगी महाप्रसादीः-

चौबीसा समाज के इस कार्यक्रम में इस दिन समाज की ही नृसिंह प्रकटोत्सव सेवा समिति के तत्वावधान में समाज की महाप्रसादी का आायोजन होगा।