
32 करोड़ में बना जीएसटी भवन :
वित्त मंत्री सीतारमन ने बताया कि उदयपुर में जो ये भवन बना है उसके लिये हमने 42 करोड़ रूपए की मंज़ूरी दी थी लेकिन यह लगभग 32 करोड़ रुपए में ही बन गया। उन्होंने कहा कि करदाताओं की समस्याओं का तत्काल समाधान होना चाहिए इससे शंका समस्या में नहीं बदलेगी । उन्होंने कहा कि जीएसटी अधिकारियों को ऐसी सोच रखनी चाहिए कि वो करदाताओं की मदद के लिए तत्पर रहे जिससे व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा । प्रारंभ में केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि इस भवन में हमने करदाताओं की सुविधा के लिए प्रावधान किये हैं एवं पर्यावरण का भी ध्यान रखा गया है। उन्होंने जीएसटी संग्रहण के बारे में अवगत करवाया।
इस अवसर पर उदयपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद डॉ.मन्नालाल रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री का विजन है कि 2047 तक विकसित भारत का सपना पूरा करने के लिए हमें तीन गुना गति से काम करना होगा। उन्होंने कहा कि उदयपुर में महाराणा प्रताप को केंद्र में रखकर पर्यटन हब बनाया जाए इसके लिए वित्तमंत्री से मदद करने का आग्रह किया। राज्यसभा सदस्य चुन्नीलाल गरासिया ने कहा कि देश में जीएसटी का संग्रहण लगातार बढ़ रहा है, जिससे देश आर्थिक उन्नति की ओर अग्रसर हो रहा है। उन्होंने वित्तमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि यह क्षेत्र खनिज का क्षेत्र है, खनिज क्षेत्र में सहयोग की आवश्यकता है। इस अवसर पर उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, उदयपुर जिला कलेक्टर अरविन्द पोसवाल, महाराणा मेवाड़ फाउंडेशन के लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ भी उपस्थित रहे।
