कलश यात्रा के साथ शुरू हुई श्रीमद् गौ भागवत कथा, उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

मेवाड़ी खबर@कानोड़। खेता खेड़ा गांव में श्रीमद् गौ भागवत कथा का शुभारंभ भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ। प्रातः शुभ मुहूर्त में संकट मोचन बालाजी महाराज की पूजा के बाद साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती दीदी के सानिध्य में कलश यात्रा शुरू हुई। यात्रा गांव के विभिन्न मार्गों से होती हुई विद्यालय ग्राउंड स्थित कथा स्थल पहुंची। वहां सभी 151 कलशों की पूजा की गई। साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती दीदी ने गौ माता की पूजा कर कथा का शुभारंभ किया। व्यास पीठ पर श्रीमद् भागवत पोथी की विधिवत पूजा की गई। पहले दिन ग्रामवासियों ने दीदी का मेवाड़ी पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। दीदी ने कथा सुनने और जीवन में उतारने के लिए कुछ नियम बताए। उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य पूर्व जन्म के पुण्य कर्मों से ही मिलता है। भगवान के नाम का संकीर्तन करना हर किसी के भाग्य में नहीं होता।

दीदी ने कहा कि हमें सनातन धर्म की मर्यादा में रहकर पौराणिक संस्कृति का पालन करना चाहिए। बच्चों को सनातन संस्कृति की पूरी जानकारी होनी चाहिए, ताकि वे पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव से बच सकें। उन्होंने कहा कि कथा स्थल एक पवित्र मंदिर होता है, वहां उसी मर्यादा में रहना चाहिए जैसे हम भगवान के मंदिर या अपने घर में रहते हैं।

इस आयोजन की तैयारियों में सनातन धर्म सेवा समिति और ग्रामवासी लंबे समय से जुटे थे। श्रीमद् गौ भागवत कथा प्रतिदिन सुबह 8 से 11 बजे तक होगी। सातों दिन श्रद्धालुओं और ग्रामवासियों के लिए कथा स्थल पर ही महाप्रसादी का आयोजन रहेगा।

कथा के शुभारंभ पर कलश यात्रा में श्रीमद् भागवत पोथी लोकेश मेनारिया ने धारण की। मुख्य जल कलश मांगीलाल कुलमी परिवार ने लिया। भगवान की चांदी की छड़ी कैलाश हाड़ा और भेरूलाल कुलमी ने ली। भगवान के चंवर चांदमल कुलमी और जसपाल लोहार ने लिए। प्रथम आरती गणेश पाटीदार ने अपनी धर्मपत्नी के साथ की। सनातन धर्म सेवा समिति और ग्रामवासियों ने सभी श्रद्धालुओं का आभार जताया।