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मेनार में भव्य राम मंदिर का हो रहा है निर्माण, निर्माण पश्चात भगवान श्रीराम दरबार की होगी प्राण-प्रतिष्ठा
वल्लभनगर। उपखंड क्षेत्र के मेनार में ढंड तालाब की पाल पर स्थित मंशापूर्ण कमलनाथ महादेव जी के समीप भगवान श्री राम दरबार स्थापना एवं मंदिर निर्माण को लेकर मंदिर परिसर में ग्रामीणों की बैठक आयोजित हुई। बैठक में राम दरबार स्थापना, मंदिर निर्माण एवं महाशिवरात्रि पर्व को लेकर चर्चा की गई। बैठक में राम दरबार स्थापना, मंदिर निर्माण हेतु ग्रामीणों ने रूपरेखा तैयार कर कई आवश्यक निर्णय लिए गए। जिसमें राम दरबार स्थापना, मंदिर निर्माण समस्त ग्रामीणों के सहयोग से निर्मित किया जाना, साथ ही मंदिर के सामने अनुपयोगी बंद पड़े हैंडपंप को हटाकर चौक का निर्माण करना, मंदिर में भगवान श्रीराम, माँ सीता एवं लक्ष्मणजी की मूर्ति स्थापित करने के निर्णय लिए गए। इस मंदिर के साथ ही महादेव जी मंदिर की मरम्मत भी की जा रही है, मरम्मत पश्चात मंदिर की साफ सफाई की जाकर रंगरोगन किया जाएगा। मई माह तक मंदिर निर्माण का कार्य पूर्ण होने पर राम दरबार प्राण-प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन किया जाएगा। जिसमें समस्त ग्रामवासियों की ओर से इस कार्य को किया जाएगा। इस प्राण प्रतिष्ठा आयोजन में पंडित के सानिध्य में पांच कुंडीय हवन किया जाएगा।
ग्रामीणों ने बताया कि मंदिर निर्माण के लिए पूरे परिसर को समतल कराया जाएगा तथा मंदिर निर्माण के अलावा मंदिर के पास वाली भूमि में सीसी कराकर गार्डन भी लगाया जाकर साफ सफाई कर सुव्यवस्थित किया जाएगा। बता दें कि राम दरबार स्थापना हेतु मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या में 22 जनवरी को श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई उसी दिन उसी शुभ मुहूर्त में मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन हुआ था। भूमि पूजन पश्चात मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो गया है, जो कार्य समस्त ग्रामवासियों की देखरेख में हो रहा है। बैठक में वरिष्ठ अधिवक्ता हुक्मीचंद सांगावत, पूर्व सरपंच ओंकारलाल भलावत, सेवानिवृत्त वरिष्ठ शारिरिक शिक्षक कन्हैयालाल दियावत, राधाकिशन पुंडरोत, डालचंद कमावत, विजयलाल मन्द्रावत, शान्तिलाल हीरावत, भूरालाल मन्द्रावत, नारायणलाल दियावत, चंद्रशेखर मेनारिया, विजयलाल भलावत, शोभालाल दियावत, प्रभूलाल सांगावत, बंशीलाल मानावत, मनोहर दियावत, अधिवक्ता रमेश सांगावत, पंडित पूरणमल गोस्वामी, बालमुकुंद दियावत, कैलाश पुंडरोत, खुबीलाल मन्द्रावत, अधिवक्ता सुरेशचंद्र दियावत सहित अन्य मौजूद थे।