भामाशाह सांगावत ने मंदिर निर्माण की सम्पूर्ण राशि 5.30 लाख रुपए देने की घोषणा की
मेनार में राम मंदिर निर्माण में सहयोग करने वालो का क्रम जारी है, और ग्रामवासी इस मंदिर निर्माण में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। वहीं मंदिर निर्माण के लिए धन-सम्पदा देने के लिए भी लोग रूचिपूर्वक आगे आकर दान कर रहे हैं। गुरुवार को महादेव मंदिर परिसर में ग्रामीणों की बैठक हुई। जिसमें राम मंदिर निर्माण को लेकर चर्चा की गई। ग्रामीण मांगीलाल लुणावत, शान्तिलाल हीरावत ने बताया कि आमेट में जयपुर के सफेद मार्बल पत्थर से बन रहा राम मंदिर निर्माण की अनुमानित लागत करीब 5,30,000/- रुपया है, जो ग्रामीणों की प्रेरणा से प्रेरित होकर प. स. भींडर पूर्व प्रधान एवं वरिष्ठ अधिवक्ता हुक्मीचंद सांगावत द्वारा राम मंदिर निर्माण की अनुमानित लागत करीब 5,30,000/- रुपया का सहयोग करने की घोषणा की। जिससे मंदिर निर्माण में खर्च होने वाली सम्पूर्ण राशि भामाशाह सांगावत की ओर भेंट की जा रही है। जिस पर गुरुवार को बैठक में ही सभी ग्रामीणों ने हुक्मीचंद सांगावत का तिलक, उपरणा पहनाकर स्वागत किया। उनके सद्भाव मन की ग्रामीणों ने सहराना की। वही राम दरबार माँ सीता, प्रभू श्रीराम एवं लक्ष्मणजी की प्रतिमाओं के निर्माण का सारा खर्चा करीब 1,11,000/- रुपया मंडफिया स्थित सांवरा सेठ की ओर से भेंट की गई है, वही बैठक में ग्रामीणों ने निर्णय लिया कि राम मंदिर के समीप ही 12 ज्योतिर्लिंग का भी निर्माण किया जा रहा है, जिसकी तैयारी भी शुरू कर दी है।
वरिष्ठ अधिवक्ता हुक्मीचंद सांगावत ने बताया कि श्रीराम मंदिर निर्माण धन संग्रह अभियान जारी है, श्रद्धालु कार्यकर्ता इस अभियान के लिये जुटे हुए हैं, सांगावत का कहना है कि यह अभूतपूर्व अवसर है, भगवान राम का भव्य मंदिर उनके जन्मस्थान पर बनने जा रहा है। यह सहयोग करने का अवसर उन्हें ग्रामीणों से मिला है और इस मंदिर के लिए उनका योगदान उनके परिवारों में सदैव स्मरणीय रहेगा।
बैठक में यह रहे उपस्थित:
इस मंदिर निर्माण में समस्त ग्रामीणों का योगदान रहेगा इसलिए मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या में बने प्रभु श्रीराम मंदिर निर्माण की तर्ज़ पर सहयोग राशि सभी ग्रामीणों से ली जाएगी। वह प्रभु श्रीराम दरबार मंदिर निर्माण पश्चात पंडित के सानिध्य में उनकी प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। जिसके निमित्त विभिन्न धार्मिक हवन, अनुष्ठान सहित अन्य आयोजन निष्पादित किए जाएंगे, जिसकी बैठक में रूपरेखा तैयार की। इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता हुक्मीचंद सांगावत, पूर्व सरपंच ओंकारलाल भलावत, सेवानिवृत्त वरिष्ठ शारिरिक शिक्षक कन्हैयालाल दियावत, मांगीलाल लुणावत, अंबालाल रूपावत, विजयलाल मन्द्रावत, शान्तिलाल हीरावत, विजयलाल भलावत, बंशीलाल मानावत, शोभालाल मानावत, दशरथ मेनारिया, अधिवक्ता सुरेशचंद्र दियावत सहित अन्य मौजूद थे।