प्रारंभिक शिक्षा के शारीरिक शिक्षको की दो दिवसीय जिला स्तरीय संगोष्टी भैरव उमावि भींडर में शुरू

बालकों के सर्वांगीण विकास के लिए खेल बहुत जरूरी: बडाला
शतरंज , वॉलीबॉल और खो खो खेलों पर वार्ताएं देकर दी नवाचार की जानकारी
भींडर। बालकों के सर्वांगीण विकास के लिए खेल बहुत जरूरी है खेलकूद के पश्चात विद्यार्थी पढ़ाई पर ज्यादा केंद्रित हो पाता है यह बात प्रारंभिक शिक्षा के शारीरिक शिक्षकों की दो दिवसीय जिला वाकपीठ में प्रथम दिन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी भींडर महेंद्र कुमार बडाला ने कहीं।आज राजकीय भैरव उच्च माध्यमिक विद्यालय भिंडर में शारीरिक शिक्षक वाक्पीठ भिंडर ब्लॉक के तत्वधान में प्रारंभिक शिक्षा के शारीरिक शिक्षकों की दो दिवसीय जिला स्तरीय संगोष्टी का शुभारंभ हुआ । जिला मीडिया प्रभारी गोपाल मेहता मेनारिया ने बताया की जिला स्तरीय संगोष्ठी के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि डाइट उदयपुर के व्याख्याता गिरीश चौबीसा एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी भिंडर महेंद्र कुमार जैन ने की । विशिष्ट अतिथि पूर्व अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी भेरूलाल सालवी, भैरव राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य रोहित दवे, शारीरिक शिक्षक जिला वाकपीठ अध्यक्ष जगनाथ सिंह चुंडावत ,जिला खेलकूद संचालन समिति के संयुक्त सचिव युगल किशोर शर्मा एवं सदस्य बलबीर सिंह राठौड़ एवं दीपक भाणावत, वल्लभनगर ब्लॉक के अध्यक्ष जमनाशंकर मेनारिया , भिंडर ब्लॉक अध्यक्ष विजयलाल मेनारिया, सलूंबर ब्लॉक अध्यक्ष कमलेश शर्मा , अखिल राजस्थान एकीकृत महासंघ के जिलाध्यक्ष दिलीप सिंह कछेर ,शारीरिक शिक्षक वाकपीठ के पूर्व जिला अध्यक्ष हनुमंत रावल और जिला खेलकूद समिति के संयुक्त सचिव शंभू सिंह राठौड़ थे ।कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती को दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण से की गई। भैरव विद्यालय की बालिकाओं ने ईश वंदना प्रस्तुत की । उदयपुर जिला कार्यकारिणी एवं आयोजक भिंडर ब्लॉक की वाक पीठ कार्यकारिणी द्वारा समस्त अतिथियों का पाग एवं ऊपरना धारण करवा कर एवं समस्त संभागियों का उपरना पहनाकर सम्मान किया ।
भिंडर ब्लॉक के अध्यक्ष विजय लाल मेनारिया एवं जिला वाकपीठ के अध्यक्ष जगनाथ सिंह चुंडावत द्वारा स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत कर स्वागत किया गया । मुख्य अतिथि गिरीश चौबीसा ने कहा की सीमित संसाधनों के बावजूद भी प्रारंभिक शिक्षा के शारीरिक शिक्षक अपने खिलाड़ियों को जिला राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए तैयार करते हैं इसके लिए साधुवाद के पात्र हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भिंडर ब्लॉक के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी महेंद्र कुमार जैन ने कहा कि शारीरिक शिक्षक प्रारंभिक शिक्षा के स्कूलों के लिए तकनीकी जानकार होते हैं और बजट एवं वित्त की कई समस्याएं होने के बावजूद भी वे खिलाड़ियों को तैयार करते हैं विभाग द्वारा स्पोर्ट्स प्लांट के ₹9000 की राशि सभी विद्यालयों को दी जाती है उनमें संस्था प्रधान की सलाह लेकर खिलाड़ियों के लिए खेल सामग्री क्रय करने का अंतिम निर्णय शारीरिक शिक्षकों के हाथों में होता है । ताकि जरूरत के मुताबिक सामग्री क्रय की जाए।
सभी प्रधानाध्यापक शारीरिक शिक्षक को स्वतंत्र रूप से निर्णय लेने के लिए छोड़ें । गत सालो से शारीरिक शिक्षकों की नियुक्ति विद्यालयों में छात्र संख्या के आधार पर निर्धारित कर दी गई है लेकिन निर्धारित छात्र संख्या से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों के विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास भी तभी हो पाएगा जब वहां पर शारीरिक शिक्षक की नियुक्ति होगी । प्रकृति का नियम है कि सर्वांगीण विकास के लिए खेल बहुत ज्यादा जरूरी है छात्र यदि खेलने के पश्चात पढ़ाई करेगा तो बहुत ज्यादा केंद्रित होकर पढ़ाई कर सकेगा क्योंकि वह खेल के बाद में शारीरिक और मानसिक रूप से काफी चुस्त दुरुस्त महसूस करता है उसका शारीरिक ढांचा सही बनता है और पढ़ाई के प्रति वो ज्यादा केंद्रित होता है। कार्यक्रम का संचालन संरक्षक हीरालाल सुथार ने किया संगोष्ठी में आए सभी शारीरिक शिक्षको द्वारा अपना परिचय प्रस्तुत किया गया। विशिष्ट अतिथि व जिला खेल संचालन समिति संयुक्त सचिव युगल किशोर शर्मा ने बताया कि प्रारंभिक शिक्षा के लिए 35 खेल लागू है इस वर्ष सभी की प्रतियोगिता होगी। सलूंबर जिले के अलग बनने से उदयपुर जिले में 20 में में से 12 ब्लॉक ही रहेंगे ।
शतरंज खेल की राज्यस्तरीय प्रतियोगिता उदयपुर जिले को आवंटित की गई है। सभी ब्लॉक के शारीरिक शिक्षक वाक्पीठ की जिम्मेदारी है की वो अपने ब्लॉक में स्वेच्छा से 3 खेलो की प्रतियोगिता करवाने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाए। निजी विद्यालय अपनी फीस समय पर जमा करावे । प्रारंभिक शिक्षा में उदयपुर जिले में 258000 विद्यार्थी अध्ययनरत है जिसमे से करीब 7000 बच्चे खेलकूद में भाग लेते है सभी को जिला स्तर पर भाग लेने का प्रमाणपत्र समय पर मिले ये सभी शारीरिक शिक्षको की जिम्मेदारी है। वाकपीठ को पूर्व जिलाध्यक्ष हनुमंत रावल में संबोधित करते हुए कहा की नए खेल जुड़ने से निर्णायकों की कमी है नए खेलो की रेफरी क्लिनिक का आयोजन किया जाए। जिला खेकुद संचालन समिति पूर्व संयुक्त सचिव संभूसिंह राठोड़ ने जिला खेलकूद संचालन समिति के गठन के बारे में जानकारी दी और कहा की प्रारंभिक शिक्षा में आज के समय में खेल ज्यादा है और निर्णायकों की काफी कमी है। भोजनावकाश के बाद द्वितीय सत्र में जवाहर नवोदय स्कूल मावली के प्रवेश प्रभारी विनोद जांगिड़ और दुर्गेश जोशी ने नवोदय में कक्ष 6,9,11 में प्रवेश की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया की प्रवेश में उदयपुर जिला राजस्थान में नंबर 1 पर है।उन्होंने किस विद्यार्थी को शहरी और ग्रामीण में माना जाता है इस पर जानकारी दी । वार्ताकार बलवीर सिंह राठौड़ ने नए शामिल खेल शतरंज पर और हुकमीचंद मेनारिया ने खो खो पर एवम प्रकाश जगरवाल ने वॉलीबाल पर अपनी वार्ता प्रस्तुत की ।