कांवड़ यात्रा में हरिद्वार, बेणेश्वरधाम, केदारेश्वर, कैलैश्वर, बेजडेश्वर महादेव से लाये जल से अभिषेक किया जायेगा तथा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पंडितों द्वारा विशेष पूजा-अर्चना होगी तथा सामुहिक महाआरती की जायेगी। कार्यक्रम को लेकर समिति के पदाधिकारी द्वारा तैयारियों को युद्ध स्तर तक अंतिम चरणों में दी गई
