योग की जागरूकता के लिए 100 शहरों में उदयपुर भी हुआ शामिल राष्ट्रीय तीर्थ प्रताप गौरव केंद्र पर हुआ योगोत्सव का आयोजन सैकड़ों लोगों ने किया सामूहिक योगाभ्यास

मेवाड़ी खबर@उदयपुर। योग सिर्फ जीवन जीने का शैली ही नहीं है, अपितु यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने का एक शक्तिशाली माध्यम भी है। यह विचार एनसीआईएसएम के अध्यक्ष डॉ रघुरामन भट्ट ने 100 दिन 100 कार्यक्रम 100 स्थान के अंतर्गत मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार, संस्कृति विकास संस्थान तथा इंडियन योग एसोसिएशन राजस्थान के संयुक्त तत्वावधान में प्रताप गौरव केंद्र पर आयोजित योगोत्सव सामूहिक योग अभ्यास में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों से योग दिवस के दिन को भव्य उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है और इसकी शक्ति ने लाखों लोगों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद की। इस वर्ष यह आयोजन योग के विभिन्न आयामों को बढ़ावा देने, विश्व में स्वास्थ्य, कल्याण और शांति को बढ़ाने तथा जन आंदोलन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। आयोजन में मंच पर क्रीड़ा भारती के अखिल भारतीय अध्यक्ष व ओलंपियन गोपाल सैनी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक प्रमुख श्रीवर्धन, गौरव केंद्र के निदेशक अनुराग सक्सेना, इंडियन योग एसोसिएशन के संयुक्त सचिव तथा आयोजन समन्वयक हिमांशु पालीवाल, इंडियन योग एसोसिएशन राजस्थान के सचिव डॉ दीपेंद्र सिंह तथा उपनिदेशक आयुर्वेद विभाग उदयपुर उपस्थित थे। योगाभ्यास मुख्य योग शिक्षक श्रीवर्धन तथा योग प्रशिक्षक पुष्पदीप के निर्देशन में सम्पन्न हुआ। अतिथियों का मेवाड़ी परम्परा अनुसार पगड़ी व इकलाई व स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया। ओलंपियन सैनी ने कहा कि संस्कृति, संस्कार, रीति-रिवाज और परंपराओं के संरक्षण और संवर्धन में योग रामबाण है। उदयपुर में योग, आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा के आयामों को एक बड़े हब के रूप में विकसित करने की अपार संभावनाएं हैं। प्रताप गौरव केंद्र के निदेशक अनुराग सक्सेना ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

आयोजन में जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, कला आयुर्वेद महाविद्यालय, मदनमोहन मालवीय राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय का विशेष सहयोग रहा। आयोजन में विवेक भटनागर, मनोहर लाल, अचल शंकर, मोहन लाल, भाजपा शहर जिला अध्यक्ष गजपाल राठौड़ सहित शहर के गणमान्य नागरिक गण उपस्थित रहे।