विश्व रक्तदान दिवस :खून दो और दुनिया को धड़कने दो’ थीम पर स्वेच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन

उदयपुर।कॅरियर संस्थान राजसमन्द द्वारा गुरुवार विश्व रक्तदान दिवस पर ‘‘खून दो और दुनिया को धड़कने दो’’ थीम पर स्वेच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। संस्थान की अपील पर कई रक्तवीर आर के हॉस्पिटल के ब्लड बेंक में पहुंचे और सभी ने रक्तदान किया। आयोजन प्रभारी रत्नेश कुमावत ने बताया की आपात स्थितियों, बीमारी, दुर्घटना सहित प्रसव मामलों में जीवन रक्षा के लिए रक्त अति आवश्यक होती है। कई बार आकस्मिक परिस्थितियों में लोगों को सरलता से रक्त उपलब्ध नहीं हो पाता है। रक्तदान महादान के महत्व को जन-जन समझें। रक्त देने में किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता। रक्तदान महादान है और रक्तदाता समाज और मानवता के अनमोल सेवक हैं। ब्लड बैंक प्रभारी मुकेश कुमावत व संस्थान सचिव निलेश पालीवाल द्वारा सभी रक्तदाताओं को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर ब्लड बैंक प्रभारी मुकेश कुमावत ने बताया की कोई भी स्वस्थ व्यक्ति तीन महीने के अंतराल पर रक्तदान कर सकता है। कई लोग स्वस्थ होते हुए भी रक्तदान करने से डरते हैं, क्योंकि उनके मन में इससे जुड़ीं कई भ्रांतियां होती हैं।विश्व रक्तदाता दिवस को एक विशेष थीम के साथ मनाया जाता है, जो उन निस्वार्थ नागरिकों को समर्पित है जो अज्ञात लोगों के लिए अपनी स्वेच्छा से रक्तदान करते हैं। इस अवसर पर रक्तवीर हितेश पालीवाल, रत्नेश कुमावत, राहुल पालीवाल, मनीष कुमावत, द्वारकेश पालीवाल, मिहिर सनाढ्य, अर्जुन पालीवाल, हितेश कुमावत, नीलेश पालीवाल, जयेश कुमावत, किशन गुर्जर, ब्लड बैंक प्रभारी युगल किशोर पालीवाल, मुकेश कुमावत, रक्तवीर आशीष पालीवाल, छोगालाल कुमावत, कार्तिक बापडोत, मेघानश सनाढ्य सहित कई युवा उपस्थित थे।

रक्तदान क्यों महत्वपूर्ण है?
ब्लड जिंदगी के लिए जरूरी है। हम इसके बिना जी नहीं सकते। बॉडी में कोशिकाओं तक आवश्यक पोषक तत्व और ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए रक्त पूरे शरीर में घूमता है। जब कोई व्यक्ति सर्जरी से गुजरता है या उसे दर्दनाक चोटें आती हैं,जैसे कि कार दुर्घटना से तो ऐसे में आपका रक्तदान किसी की जान को बचा सकता है।