
मंत्री ने कराया फोन, जेईएन ने नहीं उठाया, एपीओ
बैठक में जनप्रतिनिधियों ने विद्युत निगम के अधिकारियों की ओर से आमजन को संतोषप्रद जवाब नहीं दिए जाने तथा कॉल रिसीव नहीं करने की बात कही। इसमें शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के कुछ अधिकारियों की तो नामजद षिकायत की। इस पर राज्यमंत्री नागर ने शिकायत की तस्दीक करने के लिए तत्काल अपने स्टाफ से खेमली के कनिष्ठ अभियंता को फोन करवाया, लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं किया। इस पर राज्यमंत्री ने उन्हें तुरंत प्रभाव से एपीओ करने के निर्देष दिए। बैठक के बाद अधीक्षण अभियंता के आर मीणा ने जेईएन खेमली चंद्रप्रकाश मेघवाल को एपीओ करने के आदेश जारी किए। इसी प्रकार सब डिवीजन शहर द्वितीय के अधिशासी अभियंता के मेडिकल अवकाश पर होने से राज्यमंत्री ने उन्हें भी पद से हटाकर उनके स्थान पर दूसरे अधिकारी को लगाeने के निर्देश दिए।

औद्योगिक क्षेत्र में सुधारें बिजली व्यवस्था
बैठक में राज्यमंत्री की अनुमति से औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी अपनी बात रखी। इसमें औद्योगिक क्षेत्र जीएसएस पर पर्याप्त स्टाफ व संसाधन उपलब्ध कराने, ट्रांसफर्मर में जीओ-डीओ सिस्टम लगाने सहित अन्य समस्याएं रखीं। राज्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में ट्रिपिंग की समस्या से बहुत परेषानी होती है। उन्होंने सभी औद्योगिक क्षेत्रों में सर्वे कराकर जीओ-डीओ सिस्टम के लिए संभावनाएं तलाशने हुए सभी जरूरी उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने ठेके पर चल रहे जीएसएस की लगातार मोनिटरिंग करने के लिए भी पाबंद किया।
अवैध कनेक्षन हटाएं, फीडर लोस को सुधारें
बैठक में उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन ने अवैध कनेक्षन होने की बात कही। इस पर राज्यमंत्री ने संबंधित अधिशासी अभियंता व सहायक अभियंता से जवाब-तलब किया। अधिकारियों ने बताया कि अवैध कनेक्षन की समस्या है तथा फीडर लोस भी 35 प्रतिशत से अधिक है। इस पर मंत्री ने नाराजगी जताते हुए फीडर इंचार्ज बदलने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने जिला प्रषासन व पुलिस का सहयोग लेकर विशेष अभियान चलाते हुए सभी अवैध कनेक्षन हटवाने तथा फीडर लोस की स्थिति में दो माह में सुधार लाने के लिए पाबंद किया।
समय पर काम नहीं तो जिम्मेदारी तय हो
राज्यमंत्री नागर ने उदयपुर, राजसमंद और सलूम्बर जिलों में विभागीय योजनाओं व बजट घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान कुछ ठेकेदारों की ओर से अपेक्षाकृत रूप से धीमी गति से काम करने की बात सामने आई। इस पर श्री नागर ने तय समय पर काम नहीं होने पर अधिकारियों व ठेकेदारों की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
अधिकारी फील्ड में जाएं, आमजन को दें त्वरित राहत
ऊर्जा राज्यमंत्री ने विद्युत निगम के सभी अधिकारियों को नियमित रूप से फील्ड विजिट करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी फील्ड में जाकर देखें, ताकि वे समस्याओं के बारे में जानकर उनका समाधान कर सकें। उन्होंने आमजन की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए तत्काल समाधान करने तथा लोगों को संतोषप्रद जवाब देने के लिए भी पाबंद किया।
हादसों की सूचना प्रशासन को दें
बैठक में विद्युत जनित हादसों को लेकर भी चर्चा की गई।
मंत्री नागर ने फीडर शटडाउन को लेकर ओटीपी आधारित ऑनलाइन सिस्टम विकसित किए जाने की बात कही, ताकि हादसों में कमी लाई जा सके। साथ ही उन्होंने हादसो होने पर पूरी संवेदन शीलता के साथ पीड़ित को उपचार सहित अन्य सहयोग उपलब्ध कराने की हिदायत दी। जिला कलक्टर नमित मेहता ने भी ऐसे हादसों की सूचना तत्काल प्रषासन को देने के निर्देष दिए, ताकि पीड़ित के उपचार से लेकर अन्य किसी भी तरह की एहतियान कार्यवाही समय पर की जा सके।