मेनार चारभुजानाथ जी के प्रथम पाटोत्सव पर निकली भव्य राजसी ठाट बांट से शोभायात्रा, उमड़ा श्रद्धा का ज्वार

मेनार। उपखंड क्षेत्र के मेहतागढ़ मेनार में ओंकारेश्वर चौक स्थित प्राचीन चारभुजानाथ जी मंदिर का प्रथम पाटोत्सव विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के साथ सोमवार को महाप्रसादी के साथ संपन्न हुआ। पाटोत्सव को लेकर ठाकुरजी दरबार को फूलों से सजाया गया, ठाकुरजी को विशेष वागा धराकर चैत्री गुलाब, देशी गुलाब से आकर्षक श्रृंगार किया गया सुबह 8.30 बजे से हर मंदिर प्रांगण में पंडित मांगीलाल आमेटा के सानिध्य में पूर्ण मंत्रोच्चार के साथ हवन शुरू हुआ, जिसमे अम्बालाल, कैलाश, पुष्कर, कैलाश पुंडरोत द्वारा हवन में आहुतियां दी, दोपहर 12.15 बजे अभिजीत मुहूर्त में हवन की पूर्णाहुति हुई। पाटोत्सव व महाप्रसादी का लाभ बद्रीलाल, कैलाश पुंडरोत परिवार द्वारा लिया गया। पाटोत्सव में बड़ी सादड़ी मठाधीश महाराज गोपालकृष्ण, वल्लभनगर विधायक उदयलाल डांगी, पूर्व विधायक प्रीति शक्तावत, पूर्व विधायक रणधीर सिंह भींडर सहित अन्य जनप्रतिनिधि शामिल हुए। वही नागेश्वर गौशाला संचालक श्यामलाल चौबीसा द्वारा ठाकुरजी के श्रीचरणों में मेटल की गौ संघ कृष्ण की प्रतिमा भेंट की। धीरज पानेरी द्वारा 21 हज़ार रुपये भेंट किये गए। सुबह 10.30 बजे ठाकुरजी मंदिर प्रांगण से राजसी ठाट-बाट के साथ ठाकुरजी की शोभायात्रा निकाली गई। इससे पूर्व मंदिर गर्भगृह से भगवान शालिग्राम जी को जयकारों व पुष्प वर्षा करते हुए रथ में विराजित किया गया, तत्पश्चात शाही लवाजमे एवं गाजे-बाजे के साथ ठाकुरजी की शोभायात्रा शुरू हुई। शोभायात्रा मंदिर प्रांगण से रवाना होकर थंब चौक पहुँची, जहाँ विदेशी मेहमान पर्यटक पहुँचे, तो पर्यटकों ने ठाकुरजी का आशीर्वाद लिया, वही ग्रामवासियों की ओर से सभी पर्यटकों का तिलक, उपरणा से स्वागत किया गया, और बैंड बाजे पर बजते मधुर भजन सांवरिया सेठ दे दे, मंडपिया रा मालिक दे दे, थारे भरियो रे भंडार, टोटो ना पड़े रे, सांवरिया सेठ दे दे….राम आएँगे तो, अंगना सजाऊँगी, दिप जलाके, दिवाली मनाऊँगी, मेरे जन्मो के सारे, पाप मिट जाएंगे, राम आएँगे भजनों पर अपने आप को नाचने से नहीं रोक सके। इसी बीच उज्जैन से 823 किमी. पैदल यात्रा कर अयोध्या जाने वाले वाना के धीरज पानेरी भी हरि हर (महाकाल) के साथ शोभायात्रा में शामिल हुए, जिनका ग्रामीणों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। घरों के बाहर युवतियों ने रंगोलियां बनाई गई। शोभायात्रा थम्ब चौक से अंबामाता मंदिर होते हुए साढ़े चार घंटे बाद पुनः 3 बजे मंदिर प्रांगण में पहुँची। जहां पर ठाकुरजी की महाआरती हुई। महाआरती पश्चात दोपहर 3.15 बजे भगवान शालिग्रामजी को गाजे बाजे के साथ अंबामाता पंचायती नोहरे में विराजित किया गया, जहाँ भक्तो ने ठाकुरजी का आशीर्वाद लिया। तत्पश्चात नोहरे में महाप्रसादी का आयोजन हुआ, जिसमें मेनार सहित आसपास के गांवो रुण्डेड़ा, वाना, बांसड़ा, खेरोदा, बाठरड़ा खुर्द, खरसान, भटेवर, इंटाली, निलोद, रोहिड़ा, गवारड़ी, फतहनगर, चौकड़ी, चौरवड़ी, करजाली, हरियाखेड़ी एवं चित्तौड़गढ़, मेवाड़, मालवा के करीब 10 हज़ार से ज्यादा भक्तगणों ने महाप्रसाद ग्रहण किया।