प्रारंभिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने लिया राज्य स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह की तैयारियों का जायजा आयोजन स्थल विवेकानंद सभागार में ली बैठकसमस्त समिति प्रभारियों से की वन टू वन बातचीत, दिए आवश्यक दिशा निर्देश

उदयपुर,मेवाड़ी खबर। 28वां राज्य स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह पहली बार उदयपुर शहर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के मुख्य आतिथ्य में आगामी 01 सितम्बर को आयोजित किया जायेगा। राज्य सरकार ने राज्य स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह के आयोजन की जिम्मेदारी नोडल अधिकारी एवं कार्यालय संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा उदयपुर संभाग को सौंपी है। इसी सन्दर्भ में शुक्रवार को प्रारंभिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने आयोजन से जुड़ी तैयारियों का जायजा लिया और समय पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जाट ने आयोजन स्थल मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के विवेकानंद सभागार में संभाग स्तरीय अधिकारियों एवं विभिन्न समितियां के प्रभारियो एवं सदस्यों की बैठक ली। बैठक में जाट ने समिति प्रभारियों से वन टू वन बातचीत करते हुए अब तक की गई तैयारियों की समीक्षा की और अलग-अलग दायित्व सौंपते हुए सभी को समन्वय स्थापित कर आयोजन को सफल बनाने के निर्देश दिए। राज्य स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह के नोडल अधिकारी एवं संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा उदयपुर संभाग महेंद्र कुमार जैन ने बताया कि बैठक में विभिन्न समितियों के प्रभारियों ने अब तक की गई तैयारियों का प्रजेंटेशन दिया। जैन के अनुसार अलग-अलग कार्यों के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया जा चुका है। बीकानेर निदेशालय से निरीक्षण के लिए उदयपुर पहुंचे निदेशक जाट ने सम्मान समारोह की सम्पूर्ण जानकारियों से युक्त निकाली जा रही स्मारिका के मुद्रण समिति प्रभारी को पूर्व में निकाली गई स्मारिका के प्रोटोकॉल का पालन करने और कोई नवाचार करने पर उसकी जानकारी निदेशक कार्यालय को देने एवं स्वीकृति पश्चात ही नवाचार करने के निर्देश दिए। इसके बाद जाट ने मुख्य रूप से आवास समिति, कार्यक्रम स्थल समिति, मंच समिति, यातायात समिति, प्रोटोकॉल समिति, स्वागत समिति व अन्य समितियों के प्रभारियों से एक एक कर प्रगति रिपोर्ट ली। मुद्रण समिति के सह प्रभारी ने बताया कि स्मारिका की दो बार प्रूफ रीडिंग की जा चुकी है और कार्य अंतिम चरण में है। उल्लेखनीय है कि आगामी 01 सितंबर को प्रातः 11 बजे से समारोह शुरू होगा। मुख्य अतिथि राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा होंगे जबकि विशिष्ट अतिथि राजस्थान के उपमुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमचंद बैरवा, शिक्षा एवं पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर, कैबिनेट मंत्रीगण, शिक्षा सचिव, माध्यमिक व प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक आदि होंगे। समारोह में 31 शिक्षा विभूषण व 126 शिक्षा भूषण सहित 157 भामाशाहों को सम्मानित किया जाएगा। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने बताया कि सत्र 2023-24 में शिक्षा विभाग में राजकीय विद्यालयों एवम महाविद्यालयों में देशभर के भामाशाहों ने दिल खोलकर दान दिया जिसमे 15 लाख रूपये या इससें अधिक की राशि दान देने वाले 157 भामाशाहों ने ही एक सत्र में 138 करोड़ 22 लाख 13 हजार 952 रूपयें की राशि दान की है। जाट के अनुसार एक करोड़ से अधिक का दान देने वाले भामाशाहों को ’शिक्षा विभूषण’ तथा 15 लाख से 1 करोड़ के मध्य दान देने वाले भामाशाहो को ’ शिक्षा भूषण’ के पदनाम से सम्मानित किया जाएगा।

राजस्थान के प्रथम सात शिक्षा विभूषण
इन्होंने सर्वाधिक राशि दान कर की शिक्षा की नींव मजबूत

देश–प्रदेश के कई भामाशाहों ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय आर्थिक योगदान देकर गुणवत्ता युक्त शिक्षा को आगे बढ़ने का अभूतपूर्व कदम उठाते हुए शिक्षा विभाग के हाथ मजबूत किए। करोड़ों की राशि राजकीय विद्यालयों को दान देकर शिक्षा विभाग का साथ निभाया , ताकि राजस्थान प्रदेश के राजकीय विद्यालय में पढ़ने वाले आम विद्यार्थियों को भी समुचित सुविधा , संसाधन एवं गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्राप्त हो सके। उदयपुर में आगामी 1 सितंबर को राजस्थान सरकार द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के हाथों को सम्मानित किए जाने वाले प्रथम साथ निम्न भामाशाहों ने एक करोड़ से अधिक का योगदान दिया।
(1) चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा में स्थित न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन रावतभाटा की ओर से चार जिलों बारां, करौली, चित्तौड़गढ़ और धौलपुर में कुल 14 करोड़ 11 लाख 57 हजार 824 रूपये दान दिया गया।
(2) क्यूआरजी फाउंडेशन की ओर से अलवर जिले में 5 करोड़ 71 लाख 94 हजार 793 रू दान दिया गया।
(3) हल्दीराम एजुकेशनल सोसाइटी  ने बीकानेर जिले में 3 करोड़ 44 लाख 13 हजार 616 रुपए दान दिए।
(4) भीलवाड़ा जिले के गोपाल राठी ने अजमेर जिले में राजकीय विद्यालय को 2 करोड़ 63 लाख रुपए दान किए।
(5) आर.जे.आई. मेग्रो सिटी इंडिया लिमिटेड ने अलवर जिले में 1 करोड़ 60 लाख 70 हजार 27 रुपए दान किए।
(6) एचजी इंफ्रा इंजीनियरिंग लिमिटेड की ओर से जयपुर, राजसमंद, सिरोही एवं उदयपुर जिले में 1 करोड़ 15 लाख 95 हजार 37 रूपये का सहयोग प्रदान किया गया।
(7) सांगानेर जयपुर निवासी दिव्या खंडेलवाल पत्नी आलोक खंडेलवाल ने जयपुर जिले में 1 करोड़ 8 लाख 90 हजार 696 रुपए राजकीय विद्यालय को सहयोग प्रदान किया।