ईडाणा माता गौशाला में पेयजल संकट, गोवंश पानी के लिए तरस रहे घास भी नही

डेस्क टीम@ सलूम्बर जिले की ईडाणा माता स्थित गौशाला में पिछले कई दिनों से पेयजल का संकट होने से इन दिनों गौवंश को पानी पिलाने में समस्या आ रही है। यहां गौशाला में 110 से अधिक गौवंश है लेकिन चिलचिलाती इस गर्मी में पानी की समस्या के चलते संकट आ खडा है। गौशाला के अंदर लगी टयूबवेल महज १० मिनट ही चल पाती है जिससे गायों के लिए गौशाला में बो रखी हरी घास भी सूख चुकी है तो कुण्ड भी खाली पडा है। ईडाणा माता गौशाला ट्रस्ट भी पेयजल संकट से चिंतित होने लगा है। बताया गया कि ईडाणा गांव एवं गौशाला के लिए खरका नदी किनारे जलदाय विभाग की कुंई बनी हुई है लेकिन नदी में बजरी का अतिदोहन होने से नदी गहरी हो गई और कुंई उपर नजर आने लगी है जिससे पानी नहीं भर पाता है। ऐसे में गांव सहित गौशाला में पेयजल सकंट गहराने लगा है।

ईडाणा माता ट्रस्ट ने करवाया काम : कुंई के सूखने पर गौशाला ट्रस्ट ने गत दिनों नदी में कुंई के निकट जेसीबी मशीन लगाकर नदी से नाला बनाकर कुंई में पानी डालने का खर्चा किया लेकिन पानी पर्याप्त नहीं होने से न गांव में पूर्ण जलापूर्ति हो पाती है और न ही गौशाला में गायों के लिए पूरा पानी उपलब्ध हो पता है।
जल जीवन मिशन का काम भी अधूरा: गांवों में पेयजल आपूर्ति के लिए जलजीवन मिशन का काम भी अधूरा है। गांव में टंकी निर्माण सहित कुंई का काम पूरा नहीं हुआ है तो केवल घरों के बाहर केबल डालकर कनेक्शन दे दिए है। वर्तमान कुंई के निकट कुंई गहरी कराने सहित नवीन पाइप लाइन गौशाला तक डाली जाए तो भविष्य के लिए विकल्प बन सकता है। इसके लिए लाखों की लागत आती है।

इनका कहना

गौशाला में पिछले कई दिनों से पानी पर्याप्त नहीं मिल पा रहा है और अब तो संकट और बढ गया है। हमने ट्रस्ट के निजी तौर पर ४० हजार खर्च कर कुंई के निकट काम भी करवाया। पानी नहीं मिलने से गौवशं के लिए हरी घास सूख सूखने लगी है और पानी की समस्या होने लगी है। प्रशासन इस ओर ध्यान देवे।
मोहन लाल सुथार, अध्यक्ष ईडाणा माता गौशाला

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