मेवाड़ी खबर@वल्लभनगर
उपखंड क्षेत्र के मेनार में पिछले दो सप्ताह से पैंथर के मूवमेंट से ग्रामीणों में भय का माहौल व्याप्त है। गांव से समिति बरोड़िया मार्ग के आसपास पैंथर लगातार दिखाई दे रहा है तथा रात्रि के समय मवेशियों पर हमला कर उन्हें अपना शिकार बना रहा है। इस कारण ग्रामीण देर शाम अपने घरों से बाहर निकलने से भी कतराने लगे हैं।
ग्रामीण पुष्कर कानावत व राजकुमार दौलावत ने बताया कि पिछले 7-8 दिनों में पैंथर ने गांव में कई मवेशियों को अपना शिकार बनाया है। इनमें नारायणलाल पुत्र मांगीलाल मानावत की 4 महीने की गाय का बच्चा, रामलाल मानावत के गाय के बच्चे, देवीलाल रूपावत के गाय का बछडे तथा शैलेन्द्र दियावत के गाय के बच्चे पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। इसके अलावा पैंथर आसपास घूम रहे श्वानों को भी अपना शिकार बना रहा है। वन विभाग को सूचना देने पर विभाग की टीम सक्रिय हुई और करीब 7-8 दिन पहले पैंथर के सक्रिय क्षेत्र में एक पिंजरा लगाया गया है, जिसमें प्रतिदिन बकरी भी डाली जा रही है ताकि पैंथर को पकड़ा जा सके। विभाग के कर्मचारी भी लगातार पेट्रोलिंग करते हुए मूवमेंट पर नजर बनाए हुए हैं।
हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि पैंथर अपना मूवमेंट बार-बार बदल रहा है, जिससे उसके पिंजरे में फंसने की संभावना कम हो रही है। इसी कारण पैंथर अब तक विभाग की पकड़ से बाहर है। स्थिति यह है कि ग्रामीण अपने कुओं पर पानी भरने, मवेशियों को चारा-पानी देने और खेतों में जाने से भी डर रहे हैं। महिलाओं के अकेले बाहर निकलने पर रोक जैसी स्थिति बनने लगी है। ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि क्षेत्र में एक-दो और पिंजरे लगाए जाएं, ताकि पैंथर को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके और गांव में व्याप्त भय का वातावरण खत्म हो।
वन विभाग का ग्रामीणों के लिए निर्देश
शाम और रात के समय अकेले बाहर न निकलें। खेत, नाड़ी, पहाड़ी या जंगल के किनारे जाने से बचें। समूह में ही आवाजाही करें। यदि निकलना जरूरी हो तो 3-4 लोगों के समूह में जाएं।
मवेशियों को खुले में न बांधें। रात में गाय-भैंस को सुरक्षित बाड़े या कमरे में रखें। घर और बाड़े के आसपास रोशनी रखें।
अँधेरे क्षेत्रों में पैंथर का मूवमेंट अधिक देखा जाता है। बच्चों को अकेले बाहर न जाने दें। खास तौर पर भोर और सांझ के समय।
इनका कहना
मेनार के समिति मार्ग क्षेत्र में पैंथर का मूवमेंट लगातार देखा जा रहा है। विभाग की टीम तैनात है और पैंथर की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा रही है। पिंजरा लगाया गया है, पर पैंथर मूवमेंट बदल रहा है जिसके कारण अभी तक कैद नहीं हो पाया है, आवश्यकता के अनुसार अन्य स्थानों पर भी पिंजरे रोटेट कर लगाए जा रहे हैं। जल्द ही पैंथर को पकड़ने के प्रयास सफल होंगे।
……..कैलाश मेनारिया, रेंजर, रेंज भीण्डर

