मेवाड़ी खबर@कानोड
कानोड़ के प्रसिद्ध ठाकुर गोपाल राय मन्दिर के स्वर्ण कलश पर शिखर ध्वजा बरसात का अनुमान बताती है । आषाण, श्रावण मास में बरसात न होने से नगर वासी इन्द्र देव को मनाने के लिए तरह-तरह के उपाय, प्रसादी कर रहे थे वही भाद्रपद माह की द्वितीया तिथी से जब ठाकुर गोपाल राय मन्दिर के शिखर की ध्वजा पूर्व पश्चिम होते हुए शिखर से लिपट गई तभी से क्षेत्र में बरसात का दोर शुरू हुआ। कानोड स्थापना दिवस पर नगर के कार्यक्रम में आए कानोड नगर का इतिहास लिखने वाले डा.जमनेश ओझा ने भी स्थापत्य कला ओर वास्तुशास्त्र से जुडे विषय पर अपने विचार रखते हुए यह बात कही कि ठाकुर गोपाल राय मन्दिर की ध्वजा से लोग क्षेत्र में बरसात का सटीक अनुमान लगाते है । मन्दिर शिखर की ध्वजा का लिपटना ओर बरसात का होना इस समय नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है । आसपास के क्षेत्र के लोग आज भी अक्षय तृतीया के नापतौल के आधार पर ही फसल बीज बोते है । मन्दिर से जुडे दीपक शर्मा ने बताया कि शिखर दर्शन से सभी पापों का नाश होता है । ऐसे में लिपटती ध्वजा से न सिर्फ बरसात का अनुमान है वरन क्षेत्र में खुशहाली का भी संकेत है । प्रतिदिन मन्दिर दर्शन के लिए आने वाले भक्त शिखर ध्वजा के दर्शन कर रहे है ।
