रास्ता गूंजा हर हर महादेव के जयकारों से, कावड़ियों ने किया जलाभिषेक

वल्लभनगर ।श्रावण मास के अंतिम सोमवार से पूर्व रविवार को मेहतागढ़ मेनार से राणेरा महादेवजी, ढूंढिया तक गौ रक्षार्थ व विश्व कल्याण के लिए कावड़ यात्रा संघ मेनार व विहिप, बजरंग दल के संयुक्त तत्वावधान में सर्व हिन्दू समाज द्वारा विशाल कावड़ यात्रा निकाली गयी, जिसमें शिव भक्ति का ऐसा ज्वार उमड़ा की रास्ते तक छोटे पड़ गए। इस कावड़ यात्रा में 21 गांवों से भी ज्यादा गांवों के लोग शामिल हुए, वही राणेरा महादेवजी मुख्य द्वार पर 21 गाँवो के कावड़ियो का समागम हुआ, जिसमें तकरीबन 10 हज़ार से ज्यादा महिला, पुरुष पारंपरिक वेशभूषा धोती, कुर्ता, लाल पाग और महिलाएं लाल साड़ी में शामिल हुए। इधर, कावड़ यात्रा को लेकर रविवार सुबह 7 बजे राणेरा महादेव मंदिर स्थित यज्ञशाला में पंडित के सानिध्य में रुद्राभिषेक, रुद्र हवन, 5100 पारथेश्वर पूजन शुरू हुआ, जिसमें यजमानों ने आहुतियां लगाई, जिसकी पूर्णाहुति दोपहर 12.35 बजे हुई। श्रावण मास के अंतिम सोमवार से पूर्व रविवार को मेहतागढ़ मेनार से लेकर नीलकंठ महादेव, राणेरा, ढूंढिया तक विशाल कांवड़ यात्रा में शिव भक्ति का ज्वार उमड़ा। 21 गांवों से भी ज्यादा गांवों के लोग एवं 21 संत शामिल हुए, जिसमें राणेरा महादेवजी मंदिर मुख्य द्वार मेनार, वाना, बांसड़ा, डांगीखेड़ा, बरोड़िया, खेड़ली, हिंता, ढूंढिया, ईंटाली, रोहिड़ा, चौकड़ी सहित 21 गाँवो के कावड़ियों का समागम हुआ, तो नेशनल हाइवे 48 हर हर महादेव के जयघोष से गुंजायमान हो गया और नेशनल हाईवे 48 से गुजरने वाले हर वाहन के लोग इस दृश्य को अपने कैमरे में कैद करने से नहीं रोक पाए।
7 नदियों के जल से शिवजी का किया जलाभिषेक कावड़ यात्रियों ने मेनार ब्रह्म सागर के पाल पर स्थित मां जगदम्बा के दरबार में गंगा, नर्बदा, सरयू, सरस्वती, कावेरी, गंगासागर, ब्रह्मसागर 7 नदियों के जल से कांवड़ भरा। इससे पूर्व क्षेत्र की मुख्य शक्तिपीठ अम्बामाता जी मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ माँ जगदंबा, महादेवजी एवं कावड़ की पंडित मांगीलाल आमेटा के सानिध्य में पूजा अर्चना कर सुबह 8.30 बजे यात्रा शुरू की गई, जो मेनार से शुरू होकर वाना, डांगीखेड़ा, कीर की चौकी, ढूंढिया गांव में होते हुए 5 घंटे से राणेरा महादेव जी पहुँची, जहा सभी कावड़ियों ने शिवजी का जलाभिषेक किया। रास्ते में बैंड बाजे, डीजे पर मधुर बजते धार्मिक गीतों पर श्रद्धालु खूब थिरके, साथ ही युवा भगवा ध्वज लहराते हुए चले। इस दौरान खेरोदा, वल्लभनगर थानों से भारी पुलिस बल तैनात रहा, सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नेशनल हाइवे ऑथोरिटी द्वारा मेनार से कीर की चौकी तक वन वे किया गया, साथ ही चिकित्सा व्यवस्था को लेकर चिकित्सक दल व हाइवे एम्बुलेंस तैनात रही। रास्ते में कई स्थानों पर समिति मेनार, वाना, बरोड़िया, डांगी खेड़ा, कीर की चौकी, ढूंढिया ग्रामीणों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों व सामाजिक धार्मिक संगठनों ने स्टॉल लगाकर अल्पाहार, फलाहार एवं पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। यात्रा में भोलेनाथ (महाकाल) की झांकियां सजाई गई। रास्ते में कांवड़ियों पर ड्रोन से पुष्प वर्षा और हर हर महादेव के जयकारों से पूरा मार्ग शिवमय हो गया। कांवड़ यात्रा में करीब एक किलोमीटर से ज्यादा दूरी पर 10 हजार भक्तों की लाइन थी, जिसे देखने के लिए नेशनल हाईवे 48 पर कतारे लग गयी, हर एक व्यक्ति शिवजी की भक्ति में रम गया। अंत में महाप्रसादी का आयोजन हुआ। महाप्रसादी की व्यवस्था मोहनलाल, लक्ष्मीलाल मेनारिया, रोहिड़ा द्वारा की गई। जिनका ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष जसराज मेहता के हाथों शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया गया।
जनप्रतिनिधियों ने किया स्वागत:-कावड़ियों का वल्लभनगर भाजपा प्रभारी हिम्मत सिंह झाला, सीआर रतन सिंह राठौड़, वल्लभनगर विधायक प्रीति शक्तावत, प.स. वल्लभनग प्रधान देवीलाल नंगारची, मेनारिया ब्राह्मण समाज राष्ट्रीय अध्यक्ष जसराज मेहता, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बद्रीलाल मेनारिया, रोहिड़ा ग्रामीण, गवारड़ी ग्रामीणों ने पुष्प वर्षा कर कावड़ यात्रा का स्वागत किया। साथ ही बड़ी सादड़ी से मेवाड़ पीठाधीश स्वामी सुदर्शन महाराज संत शामिल हुए। स्वागत के लिए ग्राम पंचायत ढूंढिया सरपंच व ग्रामीणों ने निराले अंदाज में किया, 7 जेसीबीयो के ऊपर खड़े रहकर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। जो श्रद्धालुओं में सबसे ज्यादा कौतूहल का विषय बना रहा है।
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